हरदोई नगर की जलवायु एवं भौगोलिक विविधता के कारण जिले में भरपूर पक्षी वैविध्य है , शीतकाल में स्थानीय तथा प्रवासी पक्षियों के झुण्ड साण्डी नगर की झील का मुख्य आकर्षण है। पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखने में पक्षियों का महत्वपूर्ण योगदान है , हमारे देश में पक्षियों की लगभग 1250 प्रजातियां पाई जाती हैं, इनमे से लगभग 300 प्रजातियों के पक्षी तिब्बत ,चीन ,यूरोप तथा साइबेरिया से हिमालय पर्वत पार कर हमारे देश में शीतकालीन प्रवास हेतु आते हैं। इनमे कुछ पक्षी तो 5000 किलोमीटर से भी अधिक दूरी से तथा 8500 मीटर तक की ऊंचाई तक उड़कर हमारे हरदोई जिले में आते है।
यह अभयारण्य लखनऊ से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह अभयारण्य लगभग तीन किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
यहां पक्षियों की अनेक प्रजातियां देखी जा सकती है। यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय दिसम्बर से फरवरी है।
यहां पक्षियों की अनेक प्रजातियां देखी जा सकती है। यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय दिसम्बर से फरवरी है।
विश्व में पक्षियों की लगभग 10000 दस हजार प्रजातियां हैं। उनमें से लगभग 1300 प्रजातियां भारत में पायी जाती हैं और उसमें से उत्तर प्रदेश में 550 प्रजातियां पायी जाती हैं। इनमें से कुछ प्रजातियां केवल सर्दियों के मौसम में ही दिखलायी पडती हैं।
वे सामान्यतः प्रवासी पक्षी हैं- जैसे पर्पल सनबर्ड जो उत्तर प्रदेश के हृदय स्थल में स्थित हरदोई जनपद के पश्चिमी भाग में स्थित साण्डी पक्षी विहार में दिसम्बर के दूसरे सप्ताह के आसपास दिखलाई पडता है।
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